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सात ग्रह
ओलिफ़ का शरीर गहरे रंग के बालों से ढका हुआ था, जिससे उसकी गोरी त्वचा मुश्किल से ही दिखती थी। सिर्फ उसकी हरी आँखों और गालों की हड्डियों पर बाल नहीं थे। उसकी सीने तक लंबी घनी, नोकीली दाढ़ी थी, और उसके लंबे बाल पोनीटेल में बंधे, उसकी पीठ पर पड़े रहते थे।
ओलिफ़ इस मुहिम के लिए बिलकुल सही आदमी था, लेकिन दुर्भाग्य से, उसे शिकारी आँखों से बचने के लिए यान के अंदर ही रहना था। क्योंकि हक़ीक़त में वह वांक्षित था: उसका चेहरा काफी जाना पहचाना था, और वे नहीं जानते थे कि उन्हें कब किस से भिड़ना पड़ जाए।
अन्तरिक्ष यान एक हरी-भरी, धूप से नहाई हुई हुई धरती पर उतरा, जिसके बीचोंबीच एक चौड़ी और उथली नदी बह रही थी, जिसका पानी इतना साफ था कि उसके तल तक साफ दिख रहा था। नदी का तल विभिन्न प्रकार के रंग बिरंगे पत्थरों से ढका हुआ था, और चित्र लिखित सा दिखता था।
“किसी चीज़ को छिपाने का बेहतरीन तरीका उसे सबके सामने रखना है। ओलिफ़, जैसे ही हम नीचे उतर जाएँ, छद्मावरण पट्टिकाओं को ऑन कर देना। और शुक्रिया, तुम बहुत अच्छे थे।” यूलिका ने, जो एक यूमेनी थी, उसकी सराहना की।
“यह स्थान अतुलनीय है। जैसे ही आप इसके अंदर आते हैं, इसके चारों ओर का कोहरा गायब हो जाता है, और केआईसी 8462852 की किरणें वातावरण को ऐसे गरम कर देती हैं, जैसे यह गर्मी का मौसम हो।” ओरिया की जाइरा ने ज़मीन पर उतरते ही ध्यान दिया।
“जल्दी करो, हमारे पास अधिक समय नहीं है। शाम होने से पहले हमें कोई आसरा ढूँढना होगा। मैस्टिगो अधिक समय तक हमें मंदिर ढूँढने के लिए नहीं छोड़ेगा।” जैम ने आदेश दिया, जो छठे ग्रह से था, जो इस समूह का चौथा सदस्य था।
“हमें नदी के साथ साथ चलना चाहिए।” जाइरा ने सुझाव दिया, “जब हम सबसे सीधा रास्ता पकड़ेंगे तो इसके आस-पास का जंगल हमें छुपा लेगा।”
वे जंगल में चलते रहे। जैम और जाइरा रास्ते का नेतृत्व कर रहे थे, जबकि यूलिका किसी बोनोबी गाँव तक पहुँचने का सही रास्ता खोज रही थी। वहाँ वे आराम करने और स्थानीय मंदिर के बारे में अधिक जानकारी पाने की योजना बना रहे थे, जो उनका मुख्य लक्ष्य था।
जैम, छठे ग्रह का योद्धा, एक मानव था, जो युद्ध के दौरान अपनी बहादुरी तथा मनुष्यता के कारण अलग से पहचाना गया था।
वह एक लंबा, सुगठित जवान आदमी था। उसकी त्वचा गोरी थी और उसके बाल छोटे, घुँघराले और काले थे। उसके भरे भरे होंठ उसकी घनी घुंघराली दाढ़ी के पीछे छुपे हुए थे। अपने चिपके हुए पाजामे के पर वह एक उच्च तकनीक की विविध कार्य सक्षम बेल्ट पहने रहता था, जो उसके लोगों ने जीवन-मृत्यु की स्थिति में बेहतरीन काम करने के लिए बनाई थी। उसका बाकी शरीर एक जेल द्वारा ढका रहता था, जो छठों के द्वारा किसी भी मौसम में शरीर का तापमान स्थिर रखने के लिए प्रयोग में लाया जाता था।
जाइरा, जो उसकी हमउम्र थी, ओरिया की वासी थी, वह ग्रह, जिसका वातावरण बहुत कम हो गया था। उसके शरीर को एक गहरे, प्राकृतिक कवच ने आच्छादित किया हुआ था, जो उसके माथे से आरंभ हो कर उसकी दुम के पिछले भाग तक खिंचा हुआ था: यह उसकी जाति की विशिष्टता थी। उसका बाकी शरीर छोटे घने रोमों से ढका था, सिवा उसके मानवीय चेहरे के, जिस पर दो खूबसूरत स्लेटी-हरी आँखें अलग से नज़र आती थीं। उसके माथे पर, उसके कवच के किनारों पर दो सफ़ेद, लंबे, घुँघराले बालों के गुच्छे थे, जिन्हें वह आम तौर पर चोटियों में गूँथ लेती थी, और वे उसके कंधों पर पड़े रहते थे।
यूलिका, जो उन चारों में सबसे छोटी थी, यूमेन की एक उच्च स्तरीय वैज्ञानिक और गणितज्ञ थी। वह ऐसी खूबसूरत और नाज़ुक थी, जैसे एक तितली। उसका शरीर एक प्रकृतिक पारदर्शी, फिरोजी आवरण से ढका हुआ था, जो किसी तितली के पंखों की तरह दिखते थे।
अपनी बाहों को खोलने पर उसके पर पूरी चौड़ाई में खुल जाते थे, और वह उड़ सकती थी। बंद करने पर वे सिमट कर उसके हाथों के पीछे छुप जाते थे। वे बहुत कुछ मेहंदी के नमूने के जैसे दिखते थे: बारीक रेशमी लकीरें, जो बाहर की ओर खिंची हुई थीं, जो बाहर निकल आती थीं और एक फंदे या कोड़े की तरह प्रयोग की जा सकती थीं।
खोजी उपकरण की खराबी के कारण, जो खामोशी के समुद्र में यंत्रीकरण में होने वाले किन्हीं अजीब से प्रभावों के कारण हुई थी, खोज सामान्य से अधिक देर तक चली। इस अनपेक्षित घटना ने उन्हें नदी के किनारे के सीधे रास्ते से भटका दिया, जिससे उनकी योजना में कुछ दिनों की देर हुई।
जब उन्हें समस्या का एहसास हुआ, तो उन्होंने पाया कि वे अपने ही कदमों के निशानों का पीछा करते हुए गोल गोल घूम रहे थे, और तब वे धारा के साथ दौड़ते रहे, जब तक कि उन्हें मैदान नहीं दिखाई देने लगा। उन्होंने देखा, वहाँ छोटी छोटी झोपड़ियों की एक कतार थी, जो एक दायरे में व्यवस्थित थीं। उनके बीच में एक अड्डा था, जो जंगली शिकार को पकाने के काम आता था। उनकी दीवारें विशाल बांस के तनों की बनी हुई थीं, जिन्हें एक साथ बांधा गया था, और उन पर मिट्टी और भूसे के मिश्रण का प्लास्टर किया गया था। उनकी छतें खजूर की पट्टियों को आपस में बुन कर बनाई गई थीं। इनके शीर्ष पर एक छेद था, जिसे आतिशदान के तौर पर प्रयोग किया जाता था। जो एक और शंकु नुमा संरचना से ढका हुआ था।
सबसे अधिक आश्चर्य उन्हें तब हुआ, जब उन्होंने देखा कि यह गाँव उनके उतरने की जगह से काफी नजदीक था।
अजनबियों को देख कर सभी निवासी भाग कर झोपड़ियों के अंदर छुप गए। बिलकुल ऐसे, जैसे बिलियर्ड की गेंदें खेल के आरंभ में क्यू गेंद से मारने पर इधर उधर बिखर जाती हैं।
उनके सामने अंतिम बोनोबी जनजातियों में से एक के लोग थे, जिन्होंने एनिकों के सामने घुटने नहीं टेके थे, और ऐसे अलग-थलग इलाक़े में पनाह ढूँढ ली थी।
हालांकि वे चारों उन की नज़रों से छुप नहीं पाए। कुछ ही क्षणों के बाद हाथों में भाला लिए हुए कुछ योद्धा उन्हें अपने सामने दिखाई दिये।
“हम शांति के लिए आए हैं।” जैम ने जल्दी से कहा।
“हम भी शांति चाहते हैं,” सबसे बड़े पेट वाले योद्धा ने कहा, जो उनका मुखिया लग रहा था, “इसी कारण, हम चाहते हैं कि तुम यहाँ से चले जाओ।”
“हम समस्या नहीं पैदा करना चाहते, लेकिन हम आपकी सहायता चाहते हैं। ओलिफ़ ने आपकी हिम्मत के बारे में बताया था।”
“ओलिफ़ ने हमें कई वर्षों पहले छोड़ दिया था। तुम यहाँ क्यों आए हो?”
“हम स्थानीय मंदिर की खोज कर रहे हैं।”
“क्यों?”
“हम एक शांति मुहिम पर हैं, जिसमें सभी लोग शामिल हैं।”
“शांति के नाम पर यहाँ कई लोग आए, लेकिन अंत में उन्होंने युद्ध ही किया था।”
“लेकिन जैसा कि आप देख सकते हैं, हम एनिक नहीं हैं। मैं टेट्रामीर का जैम हूँ। आप लोगों ने हमारे बारे में अवश्य सुना होगा....”
“जैम, छठे ग्रह से?”
जैम ने हाँ में सर हिलाया।
“जाओ और बुद्धिमान आदमी को बुलाओ।” तोंद वाले योद्धा ने आदेश दिया।
जैम को अपने एक पुराने साथी के यहाँ मिलने की उम्मीद नहीं की थी, जो एक झोपड़ी से बाहर आया। उसने उसको उसके नाम से पुकारा:
“जेरी! तुम यहाँ हो! मैं ने सोचा था, उन्होंने तुम्हें खत्म कर दिया।”
“जैम? तुम यहाँ क्या कर रहे हो, मेरे दोस्त? मेरे अंदर का योद्धा मर चुका है: मैं ने कई दोस्तों को मरते देखा है।”
“तुम्हें देख कर मुझे खुशी हुई।” जैम ने विस्मय से अपने दोस्त को गले लगाते हुए कहा।
“मुझे भी। तुम्हें क्या चीज़ यहाँ लाई? ओलिफ़ कहाँ है?”
“अगर उसे पता होता कि तुम यहाँ हो, तो हम उसे किसी भी तरह यान में नहीं रोक सकते थे। हम स्थानीय मंदिर की खोज कर रहे हैं।”
“तब तो तुम्हें बहुत दूर नहीं जाना पड़ेगा। ज़रा ऊपर देखो। यह तैरते हुए द्वीप पर है।”
टेट्रामीर ने ऊपर देखा और ग़ौर किया कि बिलकुल उनके सिर के ऊपर एक विशालकाय, पत्थर की तलवार लटक रही थी। तलवार का सिरा पेड़ों से ढका हुआ था, जो द्वीप के अंदर के भाग को छुपाए हुए था।
“हम वहाँ जाएंगे कैसे?”
“यह उतना नजदीक भी नहीं है, जितना दिखता है। धोखा मत खाओ। बहुतों ने कोशिश की, मगर वहाँ आज तक कोई भी नहीं पहुँच सका है।” जेरी ने कहना जारी रखा, “चाहे तुम मीलों चल लो, तुम्हारे और द्वीप के बीच की दूरी कम नहीं होती है। ऐसा लगता है कि यह किसी दूसरे आयाम में स्थित है। देखो, ज़मीन पर इसकी कोई भी छाया नहीं पड़ती।”
उन्हें पलट कर नीचे देखने का समय भी नहीं मिला: एक फुफकार ने उनका ध्यान खींचा। उन्होंने जेरी को ज़मीन पर गिरते हुए देखा। जैम उसकी सहायता करने के लिए उसकी ओर दौड़ा लेकिन जल्दी ही वह समझ गया कि अब बहुत देर हो चुकी है।
“हर कोई आड़ में जाओ।” वह चिल्लाया।
“हथियार उठाओ।” सेनापति योद्धा चिल्लाया।
लोग फिर बिलियर्ड की गेंदों की तरह बिखर गए, लेकिन इस बार वे उन छिद्रों में शरण ढूंढ रहे थे, जिसे उन्होंने जंगल के झाड झंखाड़ के नीचे खोदा हुआ था।
युद्ध घमासान होता जा रहा था। मैस्टिगो के सैनिक वहाँ अपेक्षा से पहले आ पहुंचे थे।
कुछ बच्चे गाँव के बीच में थे, जो डर के मारे जहां के तहां जम कर रह गए थे।
“हमें कुछ करना पड़ेगा।” जैम ने कहा, लेकिन अभी उसका वाक्य समाप्त भी नहीं हुआ था कि यूलिका ने पहले ही उन्हें अपनी ढाल के नीचे छुपाने के लिए गोता लगा दिया था।
जैम ने आसपास आग की दीवार खड़ी कर के उसे आड़ देने का प्रयास किया, जबकि यूलिका ने, जो अपने रेशमी परों के सहारे शीघ्रता से एक पेड़ पर चढ़ गई थी, मैस्टिगो के सैनिकों पर, जो झाड़ियों में छुपे हुए थे, खामोशी से गोता लगाया, और जैसे एक बाज़ अपने शिकार को मारता है, उन्हें एक ही झटके में मौत के घाट उतार दिया।
फौरन ही औरतें अपने बच्चों को पकड़ने के लिए दौड़ीं, जो जाइरा की बाहों की शरण में थे, जो घायल अवस्था में ज़मीन पर पड़ी थी। जैम और यूलिका दौड़ कर उसके पास आए।
चौक खाली था, और एक ताकतवर हवा चक्रवात की तरह बहने लगी, जो रास्ते की वस्तुओं को नष्ट किए बिना गाँव के केंद्र की ओर बढ़ी। जाइरा, जैम और यूलिका ने महसूस किया कि उनके बदन सख्त हो गए हैं। कोई जादू के समान चीज़ उन्हें जकड़े हुए थी और भागने से रोक रही थी। वे कुछ क्षणों तक हवा में घूमते रहे और फिर तैरते हुए द्वीप के किनारे पर आ गिरे।
एक क्षण के लिए यूलिका को लगा कि वह हवा में तैर रही है। उसका सर अब भी घूम रहा था, जैसे वह बचपन में दोस्तों के साथ फुगड़ी खेलने के बाद घूमा करता था। उसने जल्दी ही अपनी चेतना को जगाया, और अपने साथियों की खोज करने लगी।
जैम ने पहले ही जाइरा को ढूंढ लिया था, जो बेहोश थी और घुटनों के बल उसके पास ही पड़ी थी: उसकी गहरी आँखें में दुख भरा हुआ था, जिससे उस ओरियाई लड़की के प्रति, जिसने हमेशा साहसिक कारनामों में उसका साथ दिया था, उसके कोमल भाव प्रकट हो रहे थे ।
यूलिका उन के पास चली आई और हमेशा की तरह तर्कशील रहते हुए, उसने जाइरा की जांच आरंभ की। उसने उसकी नब्ज़ की जांच की, और कहा:
“उसकी नब्ज़ धीमी चल रही है, लेकिन कोई गंभीर बात नहीं है। उसका शरीर अपनी प्रक्रियाओं को घटा रहा है, ताकि वह ठीक हो सके।”
यह देखने के लिए कि उसे कहाँ घाव लगा है, उसने सावधानी से उसे पलटा। उसने उसके पीठ से खुले हुए लिबास को जिसे उसने गर्दन में बांध रखा था, सावधानी से कमर तक नीचे सरकाया, ताकि वह आसानी से हिल डुल सके।
“उसे बाएँ कूल्हे के पिछले भाग में घाव है। सौभाग्य से यह सिर्फ एक खरोंच है। कवच ने उसकी रक्षा की है।”
उसका ज़्यादा खून नहीं बहा था, क्योंकि लेजर ने उसके उथले घाव को दाग दिया था।
“ऐसा दिखता नहीं है कि उसके जैविक अंगों को कोई क्षति पहुंची है, वरना अब तक तो वह मर चुकी होती।” यूलिका ने कहना जारी रखा।
जैम विस्मय से उसकी ओर घूर रहा था। वह अदम्य साहसी युवक, जो युद्ध के दौरान अपने दुश्मनों से कोई डर या उनके लिए कोई करुणा महसूस नहीं करता था, वह आदमी जो आतंक और खून देखने का आदी था, एक शब्द भी नहीं बोल पाया।
“हमें एक स्थान खोजना होगा, जहां हम इस घाव का इलाज कर सकें।” यूलिका ने सलाह दी।
जैम ने पहले ही जाइरा को उठा लिया था और हरे भरे पहाड़ पर एक मंदिर जैसे दिख रहे भवन की ओर बढ़ चला था।
उसके सानिध्य और महक ने उसे वह समय याद दिला दिया, जब बचपन के दौरान जाइरा ने उसे ओरिया में स्फटिक की घाटी से निकाला था। यह उन कुछ क्षणों में से एक में हुआ था, जब उसने अकादमी छोड़ दी थी, जो उसका एकमात्र ज्ञात परिवार था।
उसके स्कूल की छुट्टियों के दौरान उसके अधिकांश दोस्त अपने घर, अपने परिवार के पास वापस चले जाते थे। हालांकि, सब बच्चे इतने सौभाग्यशाली नहीं थे: उनमें से कुछ जैम की तरह अनाथ थे, अन्य कुछ अकादमी में रहते थे, क्योंकि उनके माँ-बाप तरक़्क़ी की सीढ़ियाँ चढ़ने में बहुत व्यस्त थे; कुछ अन्य वाकई ऐसे परिवारों से आते थे, जो काम के बोझ से लदे रहते थे। आम तौर पर एक ग्रीष्म शिविर का आयोजन किया जाता था और उस की मंज़िल ओरिया ही होती थी।
उस ग्रह पर, उसके छोटे आयामों के कारण, जो बहुत कम गुरुत्वाकर्षण बल उत्पन्न करते थे, हवा बहुत कम हो गई थी। वे सभी, जो ओरिया के रहवासी नहीं थे, उन्हें अपने साथ एक छोटा वायुपीड़क ले कर जाना होता था, ताकि उन्हें सही मात्र में ऑक्सिजन मिलने की गारंटी रहे। इसके बिना उन्हें अपना दम घुटता सा महसूस होता था, जैसा पहाड़ों पर होता है।
ओरिया में ग्रीष्म शिविर में रहने के दौरान कार्यों की एक श्रंखला आयोजित की जाती थी, लेकिन प्रतिदिन की क्रियाओं के बाद, जैम शिविर के आस पास के क्षेत्र में समस्या उत्पन्न करते पाया जाता था। नजदीक ही एक खेत था: यह जाइरा के पिता का था और इस प्रकार वह उससे मिला था।
उस गर्मी उनकी दोस्ती और मजबूत हुई। सभी किशोरों की तरह, वे भी छोटी बड़ी समस्याओं में फंसना पसंद करते थे। उस रात हक़ीक़त में जाइरा ने जैम को अपने एक जादुई स्थान के बारे में बताया था। हालांकि उसने इस जश्न की कहानी को राज़ रखा था, ताकि यह सरप्राइज़ बर्बाद न हो, लेकिन सब से बढ़ कर, उसने बताया था कि बड़े लोग उसके खतरों के कारण वहाँ जाना छोड़ देते हैं।
इस तरह उसने अपने दोस्त को अपने इस रेगिस्तानी एडवेंचर में घसीट लिया था। उसने जैम से अपने सबसे मोटे जूते पहनने को कहा था, और किसी और दोस्त को साथ लाने से मना किया था: यह केवल उनकी चीज़ होने जा रही थी।
वे बहुत देर तक चलते रहे और जैम समझ नहीं पा रहा था कि जाइरा ने इतनी चिलचिलाती गर्मी में उसे ये बेकार जूते पहनने के लिए क्यों कहा था।
जाइरा कभी भी बहुत बातूनी नहीं थी, इसलिए वे बहुत देर तक खामोशी से चलते रहे, जब तक जैम ने, जो बहुत थक चुका था, पूछा नहीं:
“अभी हमें वहाँ पहुँचने के लिए कितनी देर चलना पड़ेगा?”
“कमजोर मत बनो। हम बस पहुँच ही गए हैं।” जाइरा ने जवाब दिया।
“मुझे सच में आशा है कि यह इसके लायक होगा!”
“हाँ, भरोसा मत खो। हमें बस वह पहाड़ चढ़ना है।”
“देखते हैं, वहाँ कौन पहले पहुंचता है।” जैम चिल्लाया, क्योंकि उसने दौड़ना आरंभ कर दिया था।
जाइरा ने उसका पीछा किया, वह उसे किसी भी तरह रोकना चाहती थी, लेकिन जैम, जिसने गति पकड़ ली थी, उसने उसे आते सुना ही नहीं।
वह पहाड़ की चोटी पर पहुँच कर उसे पकड़ने में कामयाब हो पाई।
जैम जो चेहरा नीचे किए ज़मीन पर लेटा था, और चकित था, उसकी ओर घूमा:
“वह मेरे ऊपर क्यों कूदा?”
“क्या तुम ने कुछ देखा?” उसने अपनी उँगलियों से पहाड़ पर किसी चीज़ की तरफ इशारा करते हुए कहा, “क्या तुम इसमें गोता लगाना चाहते हो?”
“वाह। तुम ठीक कह रही थी। यह अद्भुत है।”
जैम की आँखों के सामने एक जादुई परिदृश्य खिंचा हुआ था: उनके सामने एक बड़ी सी घाटी थी।
यह बहुत चौड़ी नहीं थी, लेकिन फिर भी वे इसके तल को देख पा रहे थे। उसके किनारे चमकीले क्षैतिज सायबानों से सजे हुए थे। इसका रंग घाटी के शीर्ष पर हल्का और सुनहरा था, जबकि तल के नजदीक यह ललौंछा होता जाता था। यह दो हिस्सों में बंटा हुआ था, पहला, जो उनसे अधिक दूर था, वह एमेथिस्ट के क्रिस्टलों से ढका हुआ था, जो चट्टानों के रंग को परावर्तित करता था। दूसरा विशाल घंटीनुमा फूलों से भरा हुआ था, जिसके अंदर दो लोग आसानी से बैठ सकते थे। घंटियाँ बिना रुके एक धौंकनी की तरह चल रही थीं। इस प्रकार वे पौधों को अधिक ऑक्सिजन के भंडारण का अवसर देती थीं तथा एक देखने के काबिल नृत्य का दृश्य प्रस्तुत करती थीं।
जैम ने अपने शरीर को सामान्य से अजीब तरह से हल्का होते महसूस किया। वह चारों तरफ आश्चर्य से देख रहा था, और इस पूरी पैदल यात्रा ने उसकी भूख जगा दी थी।
“अरे वाह, यह सच में नाश्ते के लिए एक अच्छी जगह है। मुझे वाकई उम्मीद है कि तुम अपने बैक पैक में कुछ खाना लाई होगी।”
“तुम हमेशा खाने के बारे में ही सोचते हो।” जाइरा मुस्कुराई।
उसने अपने बैकपैक से एक रस्सी निकाली। उसने अपने जूते उतारे और उसे कुछ झाड़ियों से बांध दिया। इसके बाद वह घाटी के और करीब चली गई।
जैम एहसास ही नहीं कर पाया कि उसकी दोस्त क्या करने जा रही है।
उसे पूछने का समय भी नहीं मिला कि उसने जाइरा को शून्य में कूदते देखा। डर ने उनके बीच एक बेहतरीन बंधन बांधा, और वह यह देखने के लिए किनारे की ओर भागा कि जाइरा कहाँ गई।
उसने किनारे को अनदेखा कर दिया और देखा, जाइरा हँसते हुए हवा में तैर रही थी।
उस समय यह सोच कर कि उसने उसे कितना डरा दिया था, उसका मन किया कि उसे मार डाले, लेकिन उसी समय, उसे देख कर उसे खुशी और राहत भी महसूस हुई।
जाइरा शीघ्रता से तैर कर किनारे की ओर आई और जैम के नजदीक उतर गई।
“क्या तुम पागल हो? मुझे लगा कि तुम चट्टानों से टकरा गई होगी! तुम्हें मुझे बताना चाहिए था।” उसने गुस्से से बोला।
“और तुम्हारे चेहरे के भावों को मिस कर देती? तुम्हें अपना चेहरा देखना चाहिए था।” उसने बजे मज़े से हँसते हुए कहा।
“बहुत अच्छे!” जैम ने व्यंग से कहा, जो चिढ़ा हुआ महसूस कर रहा था।
“माफ करना, मैं तुम्हें डराना नहीं चाहती थी।” यह महसूस कर के कि उसने कुछ ज़्यादा ही कर दिया है, जाइरा ने कहा।
“कोई बात नहीं। जाने दो, तुम उन वायु आपूर्तियों के साथ क्या कर रही थी?”
जैम ने होंठों पर बड़ी सी मुस्कान लाते हुए पूछा, क्योंकि वह जानता था कि वह उसके साथ अनबन नहीं रख पाएगा।
वे सामान्य आपूर्तियाँ थीं, जो ओरिया में आम तौर पर ट्रैक्टर के रेडिएटर को साफ करने के लिए प्रयोग की जाती थीं, जिनमें रेत भर जाती थी।
“जब मुझे वापस कूदने की आवश्यकता होती है, तो वे मुझे वह अंतिम धक्का देते हैं। संपीड़ित हवा किनारों के गुरुत्वाकर्षण के खिंचाव में थोड़ी वृद्धि कर के मुझे तेजी से गति बढ़ाने में सहायता करती है।”
“तुम कैसे उड़ रही हो?”
“यह जादू है।”
“चलो, बेकार की बात मत करो।”
“अच्छा, दरअसल, ठीक बिलकुल इस जगह एक कम गुरुत्व खिंचाव और विशालकाय फूलों द्वारा उत्पन्न किया गया ऊर्ध्ववाह के संयोजन का रुक जाना ही हमें उड़ने में मदद करता है। चलो, अपने जूते उतारो और मेरे पीछे आओ।”
“क्या तुम पागल हो?” उसने पूछा, लेकिन वह जानता था कि वह प्रतिरोध नहीं कर सकता।
“बस, क्रिस्टलों से दूर रहना। तुमको डर तो नहीं लग रहा है ना?” जाइरा ने उसे चिढ़ाया।
जैम किनारे पर बैठ गया, अपने जूते उतारे और उन्हें जाइरा के जूतों से बांध दिया। इसके फौरन बाद उसने महसूस किया कि वे हवा में तैर रहे हैं, और उनके बिना वह और भी हल्का महसूस कर रहा था। वह मुश्किल से अपने पैर ज़मीन पर रख पा रहा था।
“इसे जेब में रखो।” ओरियाई ने कहा और अपने बैकपैक से दो आपूर्तियाँ निकाल कर दीं, “पहली बार हम एक साथ गोता लगाएंगे।”
वे एक दूसरे का हाथ पकड़े किनारे तक गए और उन्होंने बिना किसी हिचक के शून्य में छलांग लगा दी, जैसा सिर्फ किशोर कर सकते हैं।
वे कुछ देर एक साथ उड़ते रहे, जब तक जैम अधिक आराम से नहीं हो गया। तब जाइरा ने एक और सरप्राइज़ खोला।
वह जैम को एक फूल तक घसीट ले गई, जिसने उन्हें अंदर खींच लिया। वे खुशबूदार पराग के नर्म कालीन पर गिरे। फूल, जो बाहर से गहरे नीले थे, अंदर से या तो पीले थे, या हल्के गुलाबी, और उनका पराग नारंगी था। जैम को चकित होने का समय भी नहीं मिला, क्योंकि वे दोनों नरमी से फूल के बाहर फेंक दिये गए। उन दोनों दोस्तों ने लगातार हँसना शुरू कर दिया।
जाइरा ने हँसी के बीच समझाने का प्रयास किया, कि फूलों के अंदर की तरफ एक हँसाने वाला द्रव स्रावित होता है।
उस बिन्दु पर जैम स्वयं ही उड़ने को तैयार था, और उसने जाइरा से खुद को छुड़ा लिया, जो एक क्षण पहले तक उसे कस कर पकड़े हुए थी।
मनोरंजन अपने शिखर पर था और जैम ने फूलों के अंदर जाना और फिर बाहर आना जारी रखा।
जाइरा ने उसके पास जाने की कोशिश कि: वह भूल गई थी कि हँसाने वाले द्रव की बहुत ज़्यादा मात्रा सच्चाई से उसका संपर्क तोड़ देगी।
वह समय बहुत दूर नहीं था जब यह होने वाला था। जैम अपनी सुधबुध खो बैठा और खतरनाक ढंग से निषिद्ध क्षेत्र के करीब जाने लगा।
जाइरा ने सोचा कि इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, उसे बीच में पड़ना होगा: वरना नुकीले क्रिस्टल उसे मार डालेंगे। हालांकि जैम उतनी ही गति से बढ़ रहा था, जो उसकी थी। फिर भी उस तक पहुँचना असंभव हो रहा था। उसने वायु आपूर्तियाँ अपनी जेब से खींच कर निकाल दीं और उन्हें तेज़ी से जाने के लिए नियोजित किया। वह अपने दोस्त तक पहुंची, जो हंस रहा था और जिसे आने वाले खतरे का आभास तक नहीं था, और उसने उसे दीवार से टकराने से क्षण भर पहले ही खींच कर दूर कर दिया।
वह उसे फूलों से दूर ले आई और उसे तब तक नहीं छोड़ा जब तक वे ज़मीन पर नहीं आ गए। जैसे ही वे सही ऊर्ध्ववाह तक पहुंचे, उसने उसे वायु आपूर्तियाँ वापस कर दीं। जब वह उसे घाटी के किनारे की शरण में ला रही थी, उसने उसे कस कर बाहों में जकड़े रखा।
वे जानते थे कि उन्होंने अपने जीवन को करीब-करीब खतरे में डाल ही दिया था, लेकिन वे अपना हँसना नहीं रोक सके। वे ज़मीन पर अगल-बगल लेट गए, और खुशी-खुशी घर जाने से पहले हँसाने वाले द्रव के प्रभाव के कम होने का इंतज़ार करने लगे।
तीसरा अध्याय
प्राणी की त्वचा पर पड़ी झुर्रियां उसकी आँखों और मुंह का पता बता रही थीं।
अब यह जाइरा थी, जो खतरे में थी और उनके और पहाड़ के शिखर के बीच की दूरी अनंत लग रही थी। एक सफेद गुंबद परिदृश्य के सामने खड़ा था। यह मधुमक्खी के एक छत्ते के जैसा दिख रहा था, जिसे षट्कोण दर्पणों से ढक दिया गया हो, जो सूरज की चकाचौंध कर देने वाली रौशनी को परावर्तित कर रहे हों। वे मंदिर के जितना नजदीक जा रहे थे, अपने दिल की गहराइयों में वे उतनी ही शांति महसूस कर रहे थे।
जैम जो अपने दोस्त के भार के कारण बिलकुल थक गया था, तब तक चलता रहा जब तक वे एक मेहराब के सामने नहीं पहुँच गए, जो उस मंदिर के अंदर मौजूद था।
जैसे ही वे अंदर पहुंचे, जाइरा का शरीर जैम की बाहों से निकल कर हवा में तैरने लगा। जैम ने इसका कोई प्रतिरोध नहीं किया, क्योंकि वह जानता था की यहाँ कोई खतरा नहीं है।
वह एक लंबे गलियारे की तरफ ले जाई गई, फिर वह ग़ायब हो गई।
सैकड़ों पतले स्तंभ एक विशाल पारदर्शी तिजोरी को उठाए हुए थे, जो पूरे ब्रह्मांड की अनदेखी कर रही थी, मानो मंदिर अंतरिक्ष में तैर रहा हो।
यूलिका और जैम ने ध्यान दिया, गलियारे के पीछे एक अजीब सी सूरत वाला प्राणी था।
उसका नलीनुमा, स्लेटी-बैगनी शरीर एक सिर और चार दूसरे भागों से मिल कर बना हुआ था, जिसमें से प्रत्येक में दो पैर थे। जो भाग नाक की तरह दिख रहा था उसका आकार एक ट्रंपेट के जैसा था, जिसने चेहरे का कम से कम आधा हिस्सा ढक लिया था। यह करीब करीब ऐसा दिख रहा था, जैसे किसी व्यक्ति या किसी वस्तु ने उसे बाहर की ओर धकेल दिया हो। अंत में, उसकी त्वचा पर पड़ी हुई झुर्रियां प्राणी के मुंह और आँखों को ज़ाहिर कर रही थीं। उसका शरीर आटे की एक भरी हुई बोरी से अधिक लंबा नहीं था।
“मुझे कोई धनात्मक ऊर्जा महसूस हो रही है। मैं तुम्हें यहाँ खींच लाने के लिए माफी चाहता हूँ, लेकिन तुम्हारे साथी ने मुझे कैसा अचरज में डाल दिया।”
"जो हमारे साथी ने किया, उसने हमें आश्चर्यचकित नहीं किया। हम उसकी उदारता के प्रति सचेत हैं। हमें उन हानिरहित प्राणियों को इसमें शामिल नहीं करना चाहिए था। हमने जंगल में भटकने में बहुत समय बर्बाद किया है, जिससे मैस्टिगो को यह एहसास करने का समय मिल गया, कि हम कहाँ जा रहे थे। इसलिए, उसने अपने प्रहरियों को उस सुहावने और शांतिपूर्ण स्थान पर भेज दिया। यह हमारी एक अक्षम्य गलती थी।" यूलिका ने समझाया।
“उन बेचारे प्राणियों को युद्ध में घसीटे बिना टेट्रामीर के लिए इतनी दूर आ पाना नामुमकिन था।”
“तुमने कैसे जाना कि हम कौन हैं?”
यूलिका ने पूछने का प्रयास किया, लेकिन जैम ने उसे अचानक ही रोक दिया, क्योंकि वह सहज ही उसकी बांह तक पहुँच गया था:
“जाइरा कहाँ है?” उसने साधु से पूछा, हालांकि वह महसूस कर सकता था कि इस स्थान पर उसकी दोस्त के साथ कुछ बुरा नहीं हो रहा था।
“चिंता मत करो, वह सुरक्षित है। वह ठीक हो रही है। वह बहुत जल्द हमसे आ मिलेगी।”
यह उत्तर संदिग्ध था, लेकिन वह उस शांतिमय और कल्याणकारी एहसास को अब भी महसूस कर सकता था।
“तुम कैसे जानते हो कि हम कौन हैं?” यूलिका ने दोबारा पूछा, जो यह जानने की कोशिश कर रही थी कि उन्हें किससे साबिका पड़ा है।
“मेरा नाम रिमेई है।” प्राणी ने लड़की के प्रश्न को संबोधित किए बिना कहा। "मैं यहां एक ध्यानमग्न आश्रयस्थल पर हूं। आपकी आत्माएं और क्रियाएं, यहां तक कि यूमेनी की सुंदरता भी, जिसका नाम मुझे याद नहीं है।" ऐसा लग रहा था जैसे वह अपनी शरारत से संतुष्ट होकर अपनी हंसी रोक रहा हो। "300 साल बाद भी सभी ने मेरा ध्यान आकर्षित किया है।"
“यूलिका।” उसका प्यारा और नाज़ुक चेहरा इस तारीफ से अप्रभावित था।
वह पतली और छोटी सी थी और उसे अपनी सुंदरता का एहसास था, और वह उसे छुपाती नहीं थी। उस नस्ल का, जिससे वह संबन्धित थी, प्रणय निवेदन की तरफ झुकाव नहीं था, लेकिन वे अपने नज़रिये और भावनाएँ नहीं छुपाते थे। वह तितलियों की तरह एक ककून में प्रजनन करते थे, जो अजन्मे बच्चे के रंग को ले जाता था। सभी यूमेनी विभिन्न रंगों के मगर हल्के रंगों वाले थे।
यूलिका सबसे नई नस्लों में से एक से संबन्धित थी: उन सभी की रचना आनुवांशिक रूप से की गई थी। उस ग्रह पर पिछले महायुद्ध के दौरान घटी एक असामान्य घटना ने ग्रह के अक्ष में परिवर्तन कर दिया था, जिससे वातावरणीय एवं चुम्बकीय असंतुलन उत्पन्न हुआ, जिसने पुरुष जनसंख्या को विलुप्त कर दिया था। यहाँ तक कि दुनिया के सबसे बड़े भूविज्ञान के विशेषज्ञ भी इस घटना के पीछे छुपा कारण नहीं ढूंढ पाये थे।
पूरी प्रजाति को विलुप्ति से बचाने के लिए यूमेनियों ने पुरुष के जीन को कृत्रिम निषेचन के लिए अंतःपात्र में गुणन कराया था।
अन्य पुरुषों को पैदा होने तथा उसके बाद मर जाने से बचाने के लिए वे आनुवांशिक रूप से केवल नारी भ्रूण की रचना करते थे। वे हार स्वीकार करने के इच्छुक नहीं थे। वे उसी जीन में अपना वह डीएनए ढूंढते थे, जो उन्हें जीवित रहने में सहायता करता था, और इसे पुरुष डीएनए में आरोपित कर देते थे। इस प्रकार यह नई वातावरणीय विशिष्टताओं को सहन करने के योग्य हो जाता था।
“तुम ने मुझे बताया नहीं, तुम कैसे जानते हो कि हम कौन हैं?” यूलिका ने आग्रह किया।
“क्योंकि मैं कई चीज़ें देखता हूँ। मैं काफी समय से तुम्हारे प्रश्नों की प्रतीक्षा कर रहा था।”
“कौन से प्रश्न?” जैम ने पूछा, जो भ्रांत दिख रहा था, क्योंकि वह अपनी घनी काली घुँघराली दाढ़ी पर हाथ फेर रहा था।
“किरवीर के बारे में तुम्हारे प्रश्न।” यूलिका ने अनुमान लगाया। “तुम पहले किस बारे में बात कर रहे थे?” उसने साधु से पूछा। “तुम क्या देख सकते थे?”
“जो कुछ भी ग्रहों पर हो रहा है, मैं वह सब देख सकता हूँ, लेकिन दुर्भाग्य से कभी कभी यह सूचनाएँ मुझ में बहुत कम समय तक रहती हैं।”
“कम समय का मतलब समझाओ।”
“यह निर्भर करता है। कभी कभी वे हमेशा के लिए रह जाती हैं, कुछ, एक दिन में भूल जाती हैं, और कुछ, घंटों में।”
“तुम हमें किरवीर के बारे में क्या बता सकते हो?” जैम ने पूछा।
“किरवीर सब कुछ है: यह हमें घेरे हुए है, यह हमें एक साथ रखता है और हमें दूर करता है। यदि यह चालू हो जाए, यह किसी दूसरी चीज में बदल जाता है। ऐसा लगता है कि इसे काबू में किया जा सकता है, लेकिन सच्चाई तो यह है कि यह हाथ नहीं आता। यह बुद्धिमान और बहुत ही खतरनाक हो सकता है।”
“तुम हमें कुछ भी नया नहीं बता रहे हो।” यूलिका ने टिप्पणी की।
“नया कुछ है भी नहीं जानने के लिए। हर चीज़ हमें पहले से ही घेरे हुए है।” साधु ने जवाब दिया, “तुम बस यही कर सकते हो कि इसे स्वयं को सही दिशा में ले जाने दो।”
“यदि तुम सचमुच सब कुछ देख सकते हो, तो तुम पहले ही अपना लक्ष्य जानते हो। इसे काबू करने में हमारी सहायता करो। यह संतुलन को बहाल कर देगा।” जैम ने कहा।