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सात ग्रह
सात ग्रह
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सात ग्रह

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“मुझे सच में आशा है कि यह इसके लायक होगा!”

“हाँ, भरोसा मत खो। हमें बस वह पहाड़ चढ़ना है।”

“देखते हैं, वहाँ कौन पहले पहुंचता है।” जैम चिल्लाया, क्योंकि उसने दौड़ना आरंभ कर दिया था।

जाइरा ने उसका पीछा किया, वह उसे किसी भी तरह रोकना चाहती थी, लेकिन जैम, जिसने गति पकड़ ली थी, उसने उसे आते सुना ही नहीं।

वह पहाड़ की चोटी पर पहुँच कर उसे पकड़ने में कामयाब हो पाई।

जैम जो चेहरा नीचे किए ज़मीन पर लेटा था, और चकित था, उसकी ओर घूमा:

“वह मेरे ऊपर क्यों कूदा?”

“क्या तुम ने कुछ देखा?” उसने अपनी उँगलियों से पहाड़ पर किसी चीज़ की तरफ इशारा करते हुए कहा, “क्या तुम इसमें गोता लगाना चाहते हो?”

“वाह। तुम ठीक कह रही थी। यह अद्भुत है।”

जैम की आँखों के सामने एक जादुई परिदृश्य खिंचा हुआ था: उनके सामने एक बड़ी सी घाटी थी।

यह बहुत चौड़ी नहीं थी, लेकिन फिर भी वे इसके तल को देख पा रहे थे। उसके किनारे चमकीले क्षैतिज सायबानों से सजे हुए थे। इसका रंग घाटी के शीर्ष पर हल्का और सुनहरा था, जबकि तल के नजदीक यह ललौंछा होता जाता था। यह दो हिस्सों में बंटा हुआ था, पहला, जो उनसे अधिक दूर था, वह एमेथिस्ट के क्रिस्टलों से ढका हुआ था, जो चट्टानों के रंग को परावर्तित करता था। दूसरा विशाल घंटीनुमा फूलों से भरा हुआ था, जिसके अंदर दो लोग आसानी से बैठ सकते थे। घंटियाँ बिना रुके एक धौंकनी की तरह चल रही थीं। इस प्रकार वे पौधों को अधिक ऑक्सिजन के भंडारण का अवसर देती थीं तथा एक देखने के काबिल नृत्य का दृश्य प्रस्तुत करती थीं।

जैम ने अपने शरीर को सामान्य से अजीब तरह से हल्का होते महसूस किया। वह चारों तरफ आश्चर्य से देख रहा था, और इस पूरी पैदल यात्रा ने उसकी भूख जगा दी थी।

“अरे वाह, यह सच में नाश्ते के लिए एक अच्छी जगह है। मुझे वाकई उम्मीद है कि तुम अपने बैक पैक में कुछ खाना लाई होगी।”

“तुम हमेशा खाने के बारे में ही सोचते हो।” जाइरा मुस्कुराई।

उसने अपने बैकपैक से एक रस्सी निकाली। उसने अपने जूते उतारे और उसे कुछ झाड़ियों से बांध दिया। इसके बाद वह घाटी के और करीब चली गई।

जैम एहसास ही नहीं कर पाया कि उसकी दोस्त क्या करने जा रही है।

उसे पूछने का समय भी नहीं मिला कि उसने जाइरा को शून्य में कूदते देखा। डर ने उनके बीच एक बेहतरीन बंधन बांधा, और वह यह देखने के लिए किनारे की ओर भागा कि जाइरा कहाँ गई।

उसने किनारे को अनदेखा कर दिया और देखा, जाइरा हँसते हुए हवा में तैर रही थी।

उस समय यह सोच कर कि उसने उसे कितना डरा दिया था, उसका मन किया कि उसे मार डाले, लेकिन उसी समय, उसे देख कर उसे खुशी और राहत भी महसूस हुई।

जाइरा शीघ्रता से तैर कर किनारे की ओर आई और जैम के नजदीक उतर गई।

“क्या तुम पागल हो? मुझे लगा कि तुम चट्टानों से टकरा गई होगी! तुम्हें मुझे बताना चाहिए था।” उसने गुस्से से बोला।

“और तुम्हारे चेहरे के भावों को मिस कर देती? तुम्हें अपना चेहरा देखना चाहिए था।” उसने बजे मज़े से हँसते हुए कहा।

“बहुत अच्छे!” जैम ने व्यंग से कहा, जो चिढ़ा हुआ महसूस कर रहा था।

“माफ करना, मैं तुम्हें डराना नहीं चाहती थी।” यह महसूस कर के कि उसने कुछ ज़्यादा ही कर दिया है, जाइरा ने कहा।

“कोई बात नहीं। जाने दो, तुम उन वायु आपूर्तियों के साथ क्या कर रही थी?”

जैम ने होंठों पर बड़ी सी मुस्कान लाते हुए पूछा, क्योंकि वह जानता था कि वह उसके साथ अनबन नहीं रख पाएगा।

वे सामान्य आपूर्तियाँ थीं, जो ओरिया में आम तौर पर ट्रैक्टर के रेडिएटर को साफ करने के लिए प्रयोग की जाती थीं, जिनमें रेत भर जाती थी।

“जब मुझे वापस कूदने की आवश्यकता होती है, तो वे मुझे वह अंतिम धक्का देते हैं। संपीड़ित हवा किनारों के गुरुत्वाकर्षण के खिंचाव में थोड़ी वृद्धि कर के मुझे तेजी से गति बढ़ाने में सहायता करती है।”

“तुम कैसे उड़ रही हो?”

“यह जादू है।”

“चलो, बेकार की बात मत करो।”

“अच्छा, दरअसल, ठीक बिलकुल इस जगह एक कम गुरुत्व खिंचाव और विशालकाय फूलों द्वारा उत्पन्न किया गया ऊर्ध्ववाह के संयोजन का रुक जाना ही हमें उड़ने में मदद करता है। चलो, अपने जूते उतारो और मेरे पीछे आओ।”

“क्या तुम पागल हो?” उसने पूछा, लेकिन वह जानता था कि वह प्रतिरोध नहीं कर सकता।

“बस, क्रिस्टलों से दूर रहना। तुमको डर तो नहीं लग रहा है ना?” जाइरा ने उसे चिढ़ाया।

जैम किनारे पर बैठ गया, अपने जूते उतारे और उन्हें जाइरा के जूतों से बांध दिया। इसके फौरन बाद उसने महसूस किया कि वे हवा में तैर रहे हैं, और उनके बिना वह और भी हल्का महसूस कर रहा था। वह मुश्किल से अपने पैर ज़मीन पर रख पा रहा था।

“इसे जेब में रखो।” ओरियाई ने कहा और अपने बैकपैक से दो आपूर्तियाँ निकाल कर दीं, “पहली बार हम एक साथ गोता लगाएंगे।”

वे एक दूसरे का हाथ पकड़े किनारे तक गए और उन्होंने बिना किसी हिचक के शून्य में छलांग लगा दी, जैसा सिर्फ किशोर कर सकते हैं।

वे कुछ देर एक साथ उड़ते रहे, जब तक जैम अधिक आराम से नहीं हो गया। तब जाइरा ने एक और सरप्राइज़ खोला।

वह जैम को एक फूल तक घसीट ले गई, जिसने उन्हें अंदर खींच लिया। वे खुशबूदार पराग के नर्म कालीन पर गिरे। फूल, जो बाहर से गहरे नीले थे, अंदर से या तो पीले थे, या हल्के गुलाबी, और उनका पराग नारंगी था। जैम को चकित होने का समय भी नहीं मिला, क्योंकि वे दोनों नरमी से फूल के बाहर फेंक दिये गए। उन दोनों दोस्तों ने लगातार हँसना शुरू कर दिया।

जाइरा ने हँसी के बीच समझाने का प्रयास किया, कि फूलों के अंदर की तरफ एक हँसाने वाला द्रव स्रावित होता है।

उस बिन्दु पर जैम स्वयं ही उड़ने को तैयार था, और उसने जाइरा से खुद को छुड़ा लिया, जो एक क्षण पहले तक उसे कस कर पकड़े हुए थी।

मनोरंजन अपने शिखर पर था और जैम ने फूलों के अंदर जाना और फिर बाहर आना जारी रखा।

जाइरा ने उसके पास जाने की कोशिश कि: वह भूल गई थी कि हँसाने वाले द्रव की बहुत ज़्यादा मात्रा सच्चाई से उसका संपर्क तोड़ देगी।

वह समय बहुत दूर नहीं था जब यह होने वाला था। जैम अपनी सुधबुध खो बैठा और खतरनाक ढंग से निषिद्ध क्षेत्र के करीब जाने लगा।

जाइरा ने सोचा कि इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, उसे बीच में पड़ना होगा: वरना नुकीले क्रिस्टल उसे मार डालेंगे। हालांकि जैम उतनी ही गति से बढ़ रहा था, जो उसकी थी। फिर भी उस तक पहुँचना असंभव हो रहा था। उसने वायु आपूर्तियाँ अपनी जेब से खींच कर निकाल दीं और उन्हें तेज़ी से जाने के लिए नियोजित किया। वह अपने दोस्त तक पहुंची, जो हंस रहा था और जिसे आने वाले खतरे का आभास तक नहीं था, और उसने उसे दीवार से टकराने से क्षण भर पहले ही खींच कर दूर कर दिया।

वह उसे फूलों से दूर ले आई और उसे तब तक नहीं छोड़ा जब तक वे ज़मीन पर नहीं आ गए। जैसे ही वे सही ऊर्ध्ववाह तक पहुंचे, उसने उसे वायु आपूर्तियाँ वापस कर दीं। जब वह उसे घाटी के किनारे की शरण में ला रही थी, उसने उसे कस कर बाहों में जकड़े रखा।

वे जानते थे कि उन्होंने अपने जीवन को करीब-करीब खतरे में डाल ही दिया था, लेकिन वे अपना हँसना नहीं रोक सके। वे ज़मीन पर अगल-बगल लेट गए, और खुशी-खुशी घर जाने से पहले हँसाने वाले द्रव के प्रभाव के कम होने का इंतज़ार करने लगे।

तीसरा अध्याय

प्राणी की त्वचा पर पड़ी झुर्रियां उसकी आँखों और मुंह का पता बता रही थीं।

अब यह जाइरा थी, जो खतरे में थी और उनके और पहाड़ के शिखर के बीच की दूरी अनंत लग रही थी। एक सफेद गुंबद परिदृश्य के सामने खड़ा था। यह मधुमक्खी के एक छत्ते के जैसा दिख रहा था, जिसे षट्कोण दर्पणों से ढक दिया गया हो, जो सूरज की चकाचौंध कर देने वाली रौशनी को परावर्तित कर रहे हों। वे मंदिर के जितना नजदीक जा रहे थे, अपने दिल की गहराइयों में वे उतनी ही शांति महसूस कर रहे थे।

जैम जो अपने दोस्त के भार के कारण बिलकुल थक गया था, तब तक चलता रहा जब तक वे एक मेहराब के सामने नहीं पहुँच गए, जो उस मंदिर के अंदर मौजूद था।

जैसे ही वे अंदर पहुंचे, जाइरा का शरीर जैम की बाहों से निकल कर हवा में तैरने लगा। जैम ने इसका कोई प्रतिरोध नहीं किया, क्योंकि वह जानता था की यहाँ कोई खतरा नहीं है।

वह एक लंबे गलियारे की तरफ ले जाई गई, फिर वह ग़ायब हो गई।

सैकड़ों पतले स्तंभ एक विशाल पारदर्शी तिजोरी को उठाए हुए थे, जो पूरे ब्रह्मांड की अनदेखी कर रही थी, मानो मंदिर अंतरिक्ष में तैर रहा हो।

यूलिका और जैम ने ध्यान दिया, गलियारे के पीछे एक अजीब सी सूरत वाला प्राणी था।

उसका नलीनुमा, स्लेटी-बैगनी शरीर एक सिर और चार दूसरे भागों से मिल कर बना हुआ था, जिसमें से प्रत्येक में दो पैर थे। जो भाग नाक की तरह दिख रहा था उसका आकार एक ट्रंपेट के जैसा था, जिसने चेहरे का कम से कम आधा हिस्सा ढक लिया था। यह करीब करीब ऐसा दिख रहा था, जैसे किसी व्यक्ति या किसी वस्तु ने उसे बाहर की ओर धकेल दिया हो। अंत में, उसकी त्वचा पर पड़ी हुई झुर्रियां प्राणी के मुंह और आँखों को ज़ाहिर कर रही थीं। उसका शरीर आटे की एक भरी हुई बोरी से अधिक लंबा नहीं था।

“मुझे कोई धनात्मक ऊर्जा महसूस हो रही है। मैं तुम्हें यहाँ खींच लाने के लिए माफी चाहता हूँ, लेकिन तुम्हारे साथी ने मुझे कैसा अचरज में डाल दिया।”

"जो हमारे साथी ने किया, उसने हमें आश्चर्यचकित नहीं किया। हम उसकी उदारता के प्रति सचेत हैं। हमें उन हानिरहित प्राणियों को इसमें शामिल नहीं करना चाहिए था। हमने जंगल में भटकने में बहुत समय बर्बाद किया है, जिससे मैस्टिगो को यह एहसास करने का समय मिल गया, कि हम कहाँ जा रहे थे। इसलिए, उसने अपने प्रहरियों को उस सुहावने और शांतिपूर्ण स्थान पर भेज दिया। यह हमारी एक अक्षम्य गलती थी।" यूलिका ने समझाया।

“उन बेचारे प्राणियों को युद्ध में घसीटे बिना टेट्रामीर के लिए इतनी दूर आ पाना नामुमकिन था।”

“तुमने कैसे जाना कि हम कौन हैं?”

यूलिका ने पूछने का प्रयास किया, लेकिन जैम ने उसे अचानक ही रोक दिया, क्योंकि वह सहज ही उसकी बांह तक पहुँच गया था:

“जाइरा कहाँ है?” उसने साधु से पूछा, हालांकि वह महसूस कर सकता था कि इस स्थान पर उसकी दोस्त के साथ कुछ बुरा नहीं हो रहा था।

“चिंता मत करो, वह सुरक्षित है। वह ठीक हो रही है। वह बहुत जल्द हमसे आ मिलेगी।”

यह उत्तर संदिग्ध था, लेकिन वह उस शांतिमय और कल्याणकारी एहसास को अब भी महसूस कर सकता था।

“तुम कैसे जानते हो कि हम कौन हैं?” यूलिका ने दोबारा पूछा, जो यह जानने की कोशिश कर रही थी कि उन्हें किससे साबिका पड़ा है।

“मेरा नाम रिमेई है।” प्राणी ने लड़की के प्रश्न को संबोधित किए बिना कहा। "मैं यहां एक ध्यानमग्न आश्रयस्थल पर हूं। आपकी आत्माएं और क्रियाएं, यहां तक कि यूमेनी की सुंदरता भी, जिसका नाम मुझे याद नहीं है।" ऐसा लग रहा था जैसे वह अपनी शरारत से संतुष्ट होकर अपनी हंसी रोक रहा हो। "300 साल बाद भी सभी ने मेरा ध्यान आकर्षित किया है।"

“यूलिका।” उसका प्यारा और नाज़ुक चेहरा इस तारीफ से अप्रभावित था।

वह पतली और छोटी सी थी और उसे अपनी सुंदरता का एहसास था, और वह उसे छुपाती नहीं थी। उस नस्ल का, जिससे वह संबन्धित थी, प्रणय निवेदन की तरफ झुकाव नहीं था, लेकिन वे अपने नज़रिये और भावनाएँ नहीं छुपाते थे। वह तितलियों की तरह एक ककून में प्रजनन करते थे, जो अजन्मे बच्चे के रंग को ले जाता था। सभी यूमेनी विभिन्न रंगों के मगर हल्के रंगों वाले थे।

यूलिका सबसे नई नस्लों में से एक से संबन्धित थी: उन सभी की रचना आनुवांशिक रूप से की गई थी। उस ग्रह पर पिछले महायुद्ध के दौरान घटी एक असामान्य घटना ने ग्रह के अक्ष में परिवर्तन कर दिया था, जिससे वातावरणीय एवं चुम्बकीय असंतुलन उत्पन्न हुआ, जिसने पुरुष जनसंख्या को विलुप्त कर दिया था। यहाँ तक कि दुनिया के सबसे बड़े भूविज्ञान के विशेषज्ञ भी इस घटना के पीछे छुपा कारण नहीं ढूंढ पाये थे।

पूरी प्रजाति को विलुप्ति से बचाने के लिए यूमेनियों ने पुरुष के जीन को कृत्रिम निषेचन के लिए अंतःपात्र में गुणन कराया था।

अन्य पुरुषों को पैदा होने तथा उसके बाद मर जाने से बचाने के लिए वे आनुवांशिक रूप से केवल नारी भ्रूण की रचना करते थे। वे हार स्वीकार करने के इच्छुक नहीं थे। वे उसी जीन में अपना वह डीएनए ढूंढते थे, जो उन्हें जीवित रहने में सहायता करता था, और इसे पुरुष डीएनए में आरोपित कर देते थे। इस प्रकार यह नई वातावरणीय विशिष्टताओं को सहन करने के योग्य हो जाता था।

“तुम ने मुझे बताया नहीं, तुम कैसे जानते हो कि हम कौन हैं?” यूलिका ने आग्रह किया।

“क्योंकि मैं कई चीज़ें देखता हूँ। मैं काफी समय से तुम्हारे प्रश्नों की प्रतीक्षा कर रहा था।”

“कौन से प्रश्न?” जैम ने पूछा, जो भ्रांत दिख रहा था, क्योंकि वह अपनी घनी काली घुँघराली दाढ़ी पर हाथ फेर रहा था।

“किरवीर के बारे में तुम्हारे प्रश्न।” यूलिका ने अनुमान लगाया। “तुम पहले किस बारे में बात कर रहे थे?” उसने साधु से पूछा। “तुम क्या देख सकते थे?”

“जो कुछ भी ग्रहों पर हो रहा है, मैं वह सब देख सकता हूँ, लेकिन दुर्भाग्य से कभी कभी यह सूचनाएँ मुझ में बहुत कम समय तक रहती हैं।”

“कम समय का मतलब समझाओ।”

“यह निर्भर करता है। कभी कभी वे हमेशा के लिए रह जाती हैं, कुछ, एक दिन में भूल जाती हैं, और कुछ, घंटों में।”

“तुम हमें किरवीर के बारे में क्या बता सकते हो?” जैम ने पूछा।

“किरवीर सब कुछ है: यह हमें घेरे हुए है, यह हमें एक साथ रखता है और हमें दूर करता है। यदि यह चालू हो जाए, यह किसी दूसरी चीज में बदल जाता है। ऐसा लगता है कि इसे काबू में किया जा सकता है, लेकिन सच्चाई तो यह है कि यह हाथ नहीं आता। यह बुद्धिमान और बहुत ही खतरनाक हो सकता है।”

“तुम हमें कुछ भी नया नहीं बता रहे हो।” यूलिका ने टिप्पणी की।

“नया कुछ है भी नहीं जानने के लिए। हर चीज़ हमें पहले से ही घेरे हुए है।” साधु ने जवाब दिया, “तुम बस यही कर सकते हो कि इसे स्वयं को सही दिशा में ले जाने दो।”

“यदि तुम सचमुच सब कुछ देख सकते हो, तो तुम पहले ही अपना लक्ष्य जानते हो। इसे काबू करने में हमारी सहायता करो। यह संतुलन को बहाल कर देगा।” जैम ने कहा।

“यह प्रत्यक्ष है कि यह मदद करना चाहते हैं।” यूलिका ने ज़ोर दिया, “वरना यह हमें यहाँ न लाते। समस्या यह है कि कैसे।”

“जल्दबाज़ी मत करो, प्यारी। इस पल के लिए मैं ने बहुत लंबे समय तक प्रतीक्षा की है। 300 वर्ष हो गए जब मैं ने किसी से बात की होगी। मुझ से यह सौभाग्य छीनो मत। समय उन सब प्राणियों के लिए एक आयाम है जो किरवीर से संबन्धित नहीं हैं। आखिरकार, मैं ने इस पर बहुत विचार किया है।”

“लेकिन हम अपने समय में जी रहे हैं और अपने जैसे अन्य लोगों के लिए हमारा कुछ उत्तरदायित्व है। युद्ध होने वाला है।” जैम ने दावा किया।

“यदि तुम अपने प्रश्नों के उत्तर जानना चाहते हो, तो तुम यहाँ ऊपर तब तक रह सकते हो जब तक आवश्यक हो। यह मेरे ऊपर नहीं है। यह फैसला किरवीर ही करेगा कि तुम्हें रास्ता दिखाने के लिए कितना समय आवश्यक है।”

कुछ क्षण बाद, या कम से कम जो टेट्रामीर ने महसूस किया, उन्होंने जाइरा को एक लंबे रौशन गलियारे से बाहर आते देखा।

जैम अपनी भावनाओं को छुपाते हुए शीघ्रता से उसकी ओर चला।

“तुम कैसा महसूस कर रही हो?” उसने उससे पूछा।

“क्या हुआ?” जाइरा ने पूछा।

“तुम्हें चोट लगी थी। क्या तुम्हें याद नहीं?” जैम ने कहा, और उसे अपनी बाँहों का सहारा देना चाहा।

“मैं ठीक हूँ। चिंता मत करो।” ओरियाई ने उसकी सहायता को स्वीकार करते हुए उसे तसल्ली दी, “हाँ, मुझे याद है, लेकिन हम हैं कहाँ?”

“हम मंदिर के अंदर हैं। तैरते हुए द्वीप पर।”

“हम यहाँ ऊपर कैसे आए?”

“तुम्हारी भंगिमा ने साधु को प्रभावित किया, जो हमें एक चक्रवात के जरिये यहाँ ले आए।”

“फिर, जैम तुम्हें उठा कर मंदिर तक लाया।” यूलिका ने जोड़ा।

“शुक्रिया” जायरा ने जैम की आँखों में सीधे झाँकते हुए कहा, जो अटपटे ढंग से दूसरी ओर देखने लगा था। “ऐसा लगता है कि उस बात को महीनों गुज़र गए, जब मेरी पीठ पर गोली लगी थी।”

“बिलकुल” रिमेई ने बेधड़क बात काटी, “तुम्हारा इलाज समय कक्ष में किया गया था, ताकि हम ठीक होने की प्रक्रिया की गति बढ़ा सकें। तुम जितनी बड़ी सच में हो, उससे अपने को केवल कुछ महीने बड़ा महसूस करोगी।”

“शुक्रिया” जाइरा ने कहा, जो हमेशा से ही बहुत कम बोलने वाली औरत थी।